(6) Crystal (Oscillator)
Symbol & Real shape
Crystal is an electronic
component , which is used to generate clock pulse .
It is denoted by ‘ x, y,
X-Tal’ .
Its comes in frequency Hz,
KHz, MHz mostly.
क्रिस्टल एक इलेक्ट्रॉनिक घटक
है, जिसका उपयोग क्लॉक पल्स
उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। इसे 'x, y, X-Tal' द्वारा दर्शाया जाता है। यह ज्यादातर Hz,
KHz, MHz आवृत्ति में आता है।
क्रिस्टल दो प्रकार के होते है –
एक तो स्टील metal वाली और दूसरी सालिड ब्लैक कलर ( प्लास्टिक फाइबर की तरह ) की होती है। स्टील
मेटल का क्रिस्टल डेस्कटॉप के मदरबोर्ड मे मिलेगा , जिसका frequency क्रिस्टल पर
लिखा होता है।
सालिड प्लास्टिक फाइबर वाली
क्रिस्टल लैपटॉप के मदरबोर्ड मे पाया जाता है । यह ज्यादातर SOC ( System on Chip ) के
पास पाया जाता है और चार्जिंग जैक या IC के पास जाया जाता है।
Testing Crystal (
Oscillator )
Multimeter set on beep mode-
No Beep / No value = OK
Beep = Fault
Steel metal crystal को आप आसानी से चेक कर सकते है क्यों की इसमे 2 ही पैर होते
है। लेकिन फाइबर मेटल क्रिस्टल को चेक करते समय ध्यान देना होगा। सबसे पहले आप
मदरबोर्ड मे क्रिस्टल की पहचान करे और क्रिस्टल के बगल मे छोटा स बिन्दु ( Dot ) होगा । जैसे
ऊपर चित्र मे चार या 6 solding पॉइंट दिख रहे
है । अगर क्रिस्टल पर जहा पॉइंट ( विंदु ) दिखाए दे वह वाली पॉइंट और उसके सामने
वाली पॉइंट को ही चेक करना है। इस टेस्टिंग से आप क्रिस्टल खराब है या सही है
सिर्फ पता लगा सकते है । लेकिन frequency का पता नहीं
कर सकते है।
Frequency पता करने के लिए DSO (Digital oscilloscope) लेना पड़ेगा जिसकी कीमत
लगभग 20 से 25 हजार होती है ।
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