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Showing posts from August, 2025

नेवले पर क्यों नहीं चढ़ता सांप का जहर?

कभी आपने सोचा है कि नेवला इतनी आसानी से सांप से लड़ क्यों जाता है? सांप का जहर तो इतना खतरनाक होता है कि इंसान तक की जान ले लेता है। फिर नेवला कैसे बच जाता है? क्या है इसके पीछे का रहस्य? आइए जानते हैं इस रोचक सवाल का जवाब। कोबरा जैसा खतरनाक सांप अगर हाथी-घोड़े जैसे बड़े से बड़े जीवों को भी काट ले तो उनका बचना मुश्किल होता है. लेकिन सोचने की बात ये है कि सांपों का दुश्मन नंबर 1 नेवला उस जहर से कैसे बच जाता है? कभी सोचा है? आइए आज हम आपको बताते हैं. दुनियाभर में यूं तो सांपों की कई प्रजातियां मौजूद हैं, लेकिन उनमें से जहरीले बहुत कम ही होते हैं. इसके बावजूद अगर कोई सांप आंखों के सामने आ जाता है, तो डर से हालत खराब हो जाती है. उस दौरान कुछ समझ ही नहीं आता है कि क्या किया जाए. ऐसा लगता है कि जान ही चली जाएगी. ऐसे में कोबरा जैसा सांप सामने हो तो इंसान सरेंडर ही कर देता है. लेकिन कभी सोचा है कि सांपों का दुश्मन नंबर एक नेवला इनके जहर से कैसे बच जाता है? सोशल मीडिया पर अक्सर सांप और नेवले की लड़ाई का वीडियो वायरल होता रहता है. उस वीडियो में सांप अक्सर नेवले पर अटैक करने की कोशिश करता है, लेक...

सड़क के किनारे पीले, सफ़ेद, जैसे अलग अलग रंग के पत्थर क्यों लगे होते है? जाने......

  पुराने जमाने में जब GPS जैसी तकनीक नहीं थी, तब लोग मील के पत्थरों के आधार पर यात्रा करते थे. प्राचीन समय में मील के पत्थरों का उपयोग पुराने समय में जब हमारे पास सेल फोन या जीपीएस जैसी तकनीक नहीं थी, तब लोग मील के पत्थरों के आधार पर यात्रा करते थे. ये पत्थर न केवल दूरी बताते थे, बल्कि यह भी जानकारी देते थे कि अगला शहर कौन सा है, वह कितनी दूर है और आप किस सड़क पर यात्रा कर रहे हैं. मील के पत्थरों के रंग और उनके अर्थ भारत में मील के पत्थर मुख्यतः चार रंगों में होते हैं. भारत सरकार चार प्रकार की सड़कों का रखरखाव करती है. 1.नारंगी मील का पत्थर: पंचायत सड़कें नारंगी और सफेद रंग का मील का पत्थर ग्रामीण सड़कों को दर्शाता है. ये सड़कें गांवों को मुख्य शहरों और अन्य महत्वपूर्ण सड़कों से जोड़ती हैं. इनका रखरखाव जिले की पंचायतों द्वारा किया जाता है. इस रंग का माइल स्टोन और मिल का पत्थर अगर आपको दिखाई दे तो समझ लीजिए कि आप किसी गांव-देहात की सड़क पर हैं। आपको बता दें कि ये सड़क  प्रधानमंत्री  ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) के तहत बनी होती है और इस सड़क की ज़िम्मेदारी जिले के पास होती है। आप...